महबस

हां ! मुझे घूमना फिरना पसंद है क्यों कि घर से गली की सीमा मैने देखी है कपड़ो के नाप तौल से परिवार की गरिमा मैंने देखी है हां ! मुझे काम लोगों से नाते बनाने की आदत है क्यों की लडकों से बातें उफ्फ ! दामन पर दाग लगा देती है और ये ज्यादा दोस्ती यारियां लड़कियों को बिगाड देती है ये आग फैलती मैंने देखी है हां कभी कभी मेरी तकलीफ चेहरे पर नज़र आ जाती है क्यों की मेरा बदन आग सा तपता है , हर पल शरीर से खून रिसता है दर्द होता है पैरों में , तो कभी दर्द से पेट कटता है हर महीने के वो दिन और उनकी जद्दो जेहद मैंने देखी है हां मुझे शादी ब्याह की बातों से डर लगता है क्यों की जिस कोख से पैदा हुई , जिन उंगलियों को थाम कर चलना सीखा उनको एक पल में छोड़ने के ख्याल से धड़कने रुकती और ये आंखें भरती मैंने देखी है - Rabiya