वादा है

यूं ही हंसते - रोते , यूं ही गिरते- संभलते कुछ ज़िन्दगी सिखाए , कुछ तुम से सीख जाएं तेरे साथ एक ऐसी उम्र गुजारने का वादा है... मैं रूठती रहूं, तुम मनाते रहो तुम खा़मोश रहो , तो मैं गुनगुनाती रहूं कभी जो छलके आंसू तुम्हारे , अपने आंचल में समाती रहूं तेरे साथ एक ऐसी ज़िन्दगी बिताने का वादा है...