पसंदीदा
यूं तो शौक नहीं मुझे़ किसी चीज का
पर तुमको अच्छा लगता है
बस इसलिए मेरा सजने- संवरने का मन करता है...
और वो पीला रंग कुछ खास पसंद नहीं मुझे
पर तुम कहते हो मेरे ऊपर खिलता है
बस इसलिए पहन लिया करती हूं...
आंखों में सुरमा खूब भाता है मुझे
पर तुम्हें सादगी भरी नज़रें पसंद है मेरी
इसलिए आंखों में सूनापन रखती हूं....
मेरा कभी - कभी सर पर दुपट्टा रखना
तुम्हारे चेहरे पर खुशी ले आता है
बस उसी चमक को देखने के खातिर ये
अंदाज़ भी इख़्तियार कर लेती हूं...
-Rabiya
Filled with love
ReplyDeleteThank you
DeleteIt's awesome..❤️
ReplyDeleteDhanyawad 🙏
DeleteLove you darling ....mujhe tumhare hantho ka bna hua khana pina v pasand h .
DeleteAb lets see kya khilawgi 😂😂
😂😂😂
DeleteZaroor...
Nice...ese hi likhte rho👍
ReplyDeleteThank you
DeleteLovely ��
ReplyDeleteThank you ❤️
DeleteSo sweet 🤗
ReplyDeleteThank you
DeleteBahut achey👍👏👏
ReplyDeleteThanks bro..
Delete👏👏👏👏
ReplyDelete🤗🤗
Delete🤘🤘🤘🤘
ReplyDeleteItti kurwanni... pyar me hii hoo sakta haii,chahye wo koi sa vi hoo🙂🙂
ReplyDeleteWah !!!! Kya likha hain👏👏👏
ReplyDelete🌸🌸😍 fabulous yr
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