कब आओगे

 



मेरी सारी बातें
मेरी आंखों की वो चमक
और जो हंसी ले कर गए हो मेरी
उसे कब लौटाओगे
हिसाब किताब बाकी है इतना
इसे कब सुलझाओगे
बोलो ना ,
कब आओगे......

हज़ार शिकायतें
रूठने की सारी अदाएं
मुंह बनाने के सब तरीके
गुस्सा दिखाने के सब अंदाज़ तैयार है
देख लो
एक साथ इतने नखरे संभाल पाओगे
बोलो ना ,
कब आओगे.....

हर झपकती पलक
हर आती जाती सांसों के साथ
हर नई सुबह
हर डूबती शामों के साथ
ये  1468800 पल
जो तुझे याद करते हुए गुज़र रहे है
क्या इतना बड़ा कर्ज़ चुका पाओगे
बोलो ना
कब आओगे.....   


                                           -rabiya


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