अनजान ही सही है 😑🤫
अग्यार बना बैठा यहाँ सबसे
जाने अनजाने चहरे पढ़ रहा हूँ |
मुखोटो के पीछे छुपी है कहानी
दिलचस्प है फिर भी अनदेखा कर रहा हूँ |
बूरा बनने का खौफ़ नहीं है मुझे
पर अपनी अच्छाई से थक रहा हूँ |
दुश्मन दोस्त बना हुआ है आजकल
तो दोस्ती से भी ज़रा डर रहा हूँ |
दूसरो का वक्त बेवक्त जरूरी हुआ
खुद के रास्ते का काटा बन रहा हूँ |
नियत साफ़ पर किस्मत खराब है
दोषियों का दोषी बनने से बच रहा हूँ |
कई सच झूठ बना कर दफनाएं है
उनकी पोटली रस्सी से कस रहा हूँ |
मैं भी इन मुखोटो का हिस्सा था
पर जिदंगी की चोट से सिख रहा हूँ |
अग्यार बना बैठा यहाँ सबसे
जाने अनजाने चहरे पढ़ रहा हूँ |
Comments
Post a Comment